छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने वन में रहने वाले निवासियों विकास के लिए इंदिरा वन मितान योजना (CG Indira Van Mitan Yojana 2021) का आयोजन किया है। इस योजना की घोषणा मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने 09 अगस्त 2020 को विश्व आदिवासी दिवस के मौके पर की थी। इस योजना का उद्देश्य छत्तीसगढ़ की अनुसूचित क्षेत्र के 19 lakh परिवारों को स्वरोजगार प्रदान करना है और उन्हें आत्मनिर्भर (self reliant) बनाना है। इस योजना के तहत राज्य सरकार आदिवासी क्षेत्रों में लगभग 10,000 गाओं में युवाओं के समूह बनाएगी।
यह समूह वन आधारित सभी आर्थिक गतिवधियों के संचालन के लिए जिम्मेदार होंगे। 10 से 15 सदस्यों के इस समूह में वनवासी युवाओं को ही प्राथमिकता दी जाएगी। हर आदिवासी विकासखण्ड में वनोपज प्रसंस्करण केन्द्र (Forest Produce Processing Center) की भी स्थापना की जाएगी। CG Indira Van Mitan Yojana 2021 के तहत राज्य सरकार युवा समूहों के माध्यम से अनुसूचित क्षेत्रों में लगभग 19 लाख परिवारों को कवर करेगी। पेड़ों से होने वाले वनोपज का सही मूल्य सुनिश्चित करने के लिए वनोपज की खरीद की व्यवस्था भी की जाएगी।
Chhattisgarh (CG) Van Mitan Yojana 2021 Highlights / Overview
योजना का नाम | CG Indira Van Mitan Yojana 2021 – छत्तीसग्रह इंदिरा वन मितान योजना 2021 |
किसने घोषणा की | मुख्यमंत्री भूपेश बघेल |
घोषणा की तारीक (Launch date) | 09 August 2020 |
राज्य का नाम | छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) |
लाभार्थी | छत्तीसगढ़ राज्य के वनवासी |
उद्देश्य | वन में निवास करने वाले युवाओं को आत्मनिर्भर बनाना |
पंजीकरण साल | 2021 |
आधिकारिक वेबसाईट | tribal.cg.gov.in |
How to do registration in CG Indira Van Mitan Yojana 2021
छत्तीसगढ़ राज्य सरकार के मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल जी ने सिर्फ इस योजना की घोषणा की थी। इसमें आवेदन करने की प्रक्रिया के सम्बन्ध में अभी कोई जानकारी उपलब्ध नहीं कराई है। लेकिन सूत्रों से ऐसा पता चला है की सरकार ऐसे वर्ग के समूह की पहचान स्वंतः ही करेगी। जैसे ही सरकार द्वारा इस CG Indira Van Mitan Yojana 2021 registration के लिए कोई जानकारी उपलब्ध कराई जाती है, आप उस जानकारी को इस लेख के माध्यम से प्राप्त कर सकते हैं।
इंदिरा वन मितान योजना छत्तीसगढ़ 2021 की पात्रता
- छत्तीसगढ़ का निवासी :- इस योजना का लाभ केवल छत्तीसगढ़ के निवासियों को मिलेगा। अन्य राज्यों के लिए यह योजना अभी उपलब्ध नहीं है।
- वन निवासी युवा :- इस योजना का लाभ वन में वास करने वाले युवाओं को दिया जायेगा।
- जाति पात्रता :- इस योजना में जाति पात्रता के आधार पर अनुसूचित जाति एवं जनजाति के लोगों को ज्यादा लाभांवित किया जायेगा। इसके साथ ही आदिवासी समाज के लोगों को भी इसमें लाभ दिया जायेगा।
Benefits of Indira Van Mitan Yojana 2021
- रोजगार और स्वरोजगार के नए अवसर वन में वास करने वाले युवाओं को प्राप्त होंगें।
- वन प्रबंधन के अधिकार योजना के तहत बनाए जाने वाले समूहों को प्राप्त होंगें।
- वन समूहों के माध्यम से बिकने वाले वनोपज का सही मूल्य प्राप्त किया जाएगा।
- प्रत्येक विकासखण्ड में वनोपज प्रोसेसिंग यूनिट (Forest Produce Processing Center) की स्थापना की जाएगी।
- वनवासियों की आय बढ़ाने के लिए इमारती लकड़ी की बजाए फलदार और वनौषधियों का पौधरोपन।
- लघु वनोपज की खरीदी और उनके समर्थन मूल्य में वृद्धि।
- योजना से लगभग 19 लाख परिवारों को लाभ प्राप्त होगा।
Required Documents for CG Indira Van Mitan Yojana 2021
- निवास प्रमाण पत्र
- आधार कार्ड
- जाति प्रमाण पत्र
- बैंक खाता एवं मोबाइल नंबर
सीजी इंदिरा वन मितान योजना का कार्यान्वयन
- इंदिरा वन मितान योजना का लक्ष्य अनुसूचित क्षेत्रों के 19 लाख परिवारों को जोड़ना है।
- इस योजना के माध्यम से समूहों को पेड़ों का प्रबंधन करने का अधिकार दिया जाएगा, ताकि वे वन क्षेत्रों के पेड़ों से वन उपज एकत्र कर सकें और आर्थिक लाभ प्राप्त कर सकें।
- वनोपज के क्रय की व्यवस्था समूह के माध्यम से की जायेगी, जिससे वनोपज का उचित मूल्य प्राप्त हो सके।
- एक यूनिट की अनुमानित लागत करीब 10 लाख रुपये होगी।
- अनुसूचित क्षेत्रों के 85 विकासखंडों में वनोपज प्रसंस्करण इकाई की स्थापना के लिए 8.50 करोड़ रुपये की राशि उपलब्ध कराई जाएगी।
- वनों में लकड़ी के स्थान पर फल एवं वनस्पति के पौधे लगाए जाएंगे, जिससे वनवासियों की आय में वृद्धि हो सकती है।
सीजी इंदिरा वन मितान योजना 2021 (CG Indira Van Mitan Yojana 2021) से जुड़े कुछ सवाल – FAQ
- इंदिरा वन मितान योजना से क्या लाभ हैं ?
- वन में वास करने वाले लोगों का विकास करना एवं उन्हें आर्थिक मदद देना है।
- इंदिरा वन मितान योजना का लाभ किसे मिलेगा ?
- छत्तीसगढ़ के रहें वाले अनूसूचित जाति एवं जनजाति के लोगों को।
- इंदिरा वन मितान योजना में कितने समूह का गठन किया जायेगा ?
- 10 हजार, प्रत्येक गांव से 10 से 15 लोग होंगे इसमें शामिल।
