डॉ. भीमराव अम्बेडकर जी को संविधान निर्माता के नाम से जाता है वह एक राजनेता, शिल्पकार, समाजसुधारक थे भारत की स्वतंत्रता के बाद इन्होने ही सबसे पहले भारत के संविधान को बनाया था जिसके लिए इन्हे भारत रत्न से भी नवाजा जा चुका है | इनका जन्म 14 अप्रैल 1891 में तथा मृत्यु 6 दिसम्बर 1956 में हो गयी थी | इन्हे बाबा साहेब जी के नाम से भी जाना जाता है इसीलिए 14 अप्रैल के दिन को अम्बेडकर जयंती के नाम से जाता है इस दिन के लिए हम आपको उनके ऊपर कुछ बेहतरीन शायरियां, कोट्स, स्टेटस, मैसेज, एसएमएस के बारे बताते है जिसके माध्यम से आप इस जयंती की शुभकामनाये अपने दोस्तों को दे सकते है |
Bhimrao Ambedkar ki Shayari 2022
अगर आप अम्बेडकर जयंती पर बाबासाहेब के विचार, बाबासाहेब आंबेडकर शेरो शायरी मराठी, बाबासाहेब आंबेडकर मराठी शायरी, डॉ बाबासाहेब आंबेडकर मराठी शायरी, बाबासाहेब शायरी फोटो, जय भीम शायरी मराठी, डॉ बाबासाहेब आंबेडकर शेर शायरी, डॉ बाबासाहेब आंबेडकर कविता, जय भीम स्टेटस, जय भीम स्टेटस मराठी के बारे में जानना चाहे तो यहाँ से जान सकते है :
कर गुजर गये वो भीम थे,
दुनिया को जगाने वाले भीम थे,
हमने तो सिर्फ इतिहास पढा है यारो,
इतिहास बनाने वाले मेरे भीम थे।
देश के लिये जिन्हो ने विलाश को ठुकराया था।
गीरे हुये को जिन्होंने स्वाभिमान सिखाया था।
जिसने हम सबको तूफानों से टकराना सिखाया था।
देश का वो था अनमोल दिपक जो बाबा साहब कहलाया था।
आज हम उनकी बातो को आज दिल से अपनायेंगे,च
लो आज हम सब मिलकर आंबेडकर जयंती मनाये।
पैदा ना होता वो मसीहा तो खुशियों का सिलसिला नहीं होता
बे रंग रहती ये ज़मी और आसमान का रंग नीला नहीं होता
भारत तो कब का कंगाल हो जाता यारो
अगर भीम राव आंबेडकर जैसे हीरा मिला नहीं होता
Bhimrao Ambedkar Shayari in Hindi
अगर आप अमेडकर जी की शायरियां भाषाओ जैसे Hindi, Kannada, Malayalam, Marathi, Telugu, Tamil, Gujarati, Punjabi, Nepali, English के Language Font की Images, Wallpapers, Photos, GIF, Pictures, Pics, Greeting, Inspirational, Message, SMS, Quotes, Wishes, Shayari, Thoughts साल 2007, 2008, 2009, 2010, 2011, 2012, 2013, 2014, 2015, 2016, 2022 के लिए जानना चाहे तो यहाँ से जान सकते हो :
नीले अर्श पर नीली घटा छायी है …. तेरे करम से बुद्ध की दौलत पायी है….
कोई नही पराया सारे भाई भाई है…
मिल जुलकर रहने मै सबकी भलाई है…
छोड्दो अपना पराया ए जय भिमवालो…
दिल से दिल मिलाने ये भिम जयंती आयी है…
है ये सारा जहाँ जिनकी शरण में
हमारा है नमन उन बाबा के चरण में
है पूजा के योग्य बाबा हम सबकी नजर में
आप मिलकर फूल बरसायें बाबा के चरण में.
भारत के जनसागर मे भीम सा कोई तारा नहीं
और बोधिवृक्ष से बढकर पेढ इतना कोई हरा नहीं
मानवता का जो ज्ञान धम्मग्रंथ में लिखा है
वैसा और कोई मजहब के ग्रंथ में भरा नाहीं
हमने देखे है इस देश के नेता मरे इसी देश के लोगो के हाथो
लेकिन मेरा भीमराव आंबेडकर किसी के बंदूक की गोली से मरा नहीं।
Bhimrao Ambedkar Sher Shayari – बाबासाहेब आंबेडकर शेर शायरी
अगर आप poem on dr babasaheb ambedkar in hindi, baba saheb ki shayari, ambedkar shayri photo, ambedkar shayari image, dr babasaheb ambedkar quotes in marathi, dr babasaheb ambedkar marathi suvichar, dr babasaheb ambedkar poem in marathi, jai bhim shayari hindi के App को Download करना चाहे व फेसबुक एंड व्हाट्सएप्प पर शेयर करना चाहे तो यहाँ से जान सकते है :
नजारों मे नजारा देखा एसा नजारा नही देखा,
आसमान मे जब भी देखा
मेरे भीम जैसा सितारा नही देखा।
देश प्रेम में जिसने आराम को ठुकराया था
गिरे हुए इंसान को स्वाभिमान सिखाया था
जिसने हमको मुश्किलों से लड़ना सिखाया था
इस आसमां पर ऐसा इक दीपक बाबा साहेब कहलाया था
फूलो की कहानी बहारो ने लिखी…
रातो की कहानी सितारों ने लिखी…
हम नहीं है किसी के गुलाम…
क्योंकि हमारी जिंदगी,
बाबासाहब जी ने
लिखी!!
जय भिम !
Babasaheb Shayari Hindi
अगर आप हिंदी व मराठी भाषा में shayari on dr babasaheb ambedkar, shayari on dr br ambedkar in hindi, shayari on, babasaheb ambedkar in marathi, shayari on bhimrao ambedkar, shero shayari on ambedkar, hindi shayari on dr ambedkar, shayari on ambedkar in hindi, sher shayari on ambedkar, shayari in hindi on ambedkar jayanti, hindi shayari on babasaheb ambedkar जानना चाहे तो यहाँ से जान सकते है :
आज का दिन है बड़ा महान
बनकर सूरज चमका इक इंसान
कर गये सबके भले का ऐसा काम
बना गये हमारे देश का संविधान
बाबा तेरी कलम के बल हम राज करते है।
तेरी करनी पे बाबा हम नाज करते है।
बदलेगा वक्त ओर जमाना भी।
जय भीम के उदघोष से ये आगाज करते है।
* जय भीम *
सच्चाई को कभी यारों छोडना नहीं
अपने वादो से मुख कभी मोडना नहीं
जो भूल गये भिम के एहसान को हमेशा
ऐसे मक्कारो से रिशता भुलकर भी जोडना नहीं।
Babasaheb Shayari Image – Ambedkar Shayari Photo
नींद खोयी अपनी बाबा साहेब आपने
हम रोते हों को हंसाया बाबा आपने
कभी न भूलेंगे हम अपने बाबा साहेब को
कहता है जमाना बाबा साहेब आंबेडकर जिनको
भीम जी ने हमे बलवान बना डाला है
हटा ना पाये वो चट्टान बना डाला है
नये युग की हमे पहचान बना डाला है
और हवा के ये झोके को तुफान बना डाला है.।
जब भीम थे चलते तो हजारों दिल मचलते
भीम जब रुकते तो तूफ़ान है रुक जाते
इतने काबिल थे बाबा की कभी इरादा न बदला
बाबा भीम ने तो सारा इतिहास बदल डाला
Ambedkar Shayari SMS
खाली नाम के यहा पर कितने भगवान हो गये……….
लेकीन एकही भीम के करम से आज हम इन्सान बन गये……….
जिन्हे चलना, संभलना याद न था….
आज धूल से उठकर आसमान बन गये …….
ये मेरे भीम बाबा हमको है बचाया तुमने…..
अरे ठुकराया था उस दुनिया ने…..
तो पहले गले से लगाया तुमने.
गरज उठे गगन सारा,
समुन्दर छोडें आपना की नारा,
हिल जाए जहान सारा,
जब गूंजे “जय भीम” का नारा।
रुतबा मेरे सर को तेरे संविधान से मिला है
ये सम्मान भी मुझे तेरे संविधान से मिला है
औरो को जो मिला है वो मुकदर से मिला है
हमें तो मुकदर भी तेरे संविधान से मिला है
*ना ‘जिंदगी’ की खुशी* ना ‘मौत’ का गम*
*जब तक है..दम..*”जय भीम” कहेंगे हम….!!!*
अम्बेडकर पर शायरी
ममता,करणा और समता जिसका है आधार
हमारी उजाड़ी जिन्दगी में ला दी बाबा साहेब ने बहार
हमारी आजादी की कहानी लिखी हमारे भीम ने
खुशियों भरा सजाया हमारा संसार भीम ने
नज़ारे देखे हमने हजारों
देखा न कभी ऐसा नजारा
आसमां में देखे सितारे बहुत
पर भीम जैसा सितारा न देखा
पंचशीला विना हे मन
बुध्दाकडे वळणार नाही
भिमाने सांगितलेला बुध्द
तोवरी कळणार नाही
जन्माला रोज इथे लाखो
लोक येतात…
पण बुध्दाच्या धम्माचे
आचरण केल्या शिवाय
माणसाला माणूस
बनताच येणार नाही..
*नमो_बुद्धाय*
Ambedkar Jayanti Shayari
आभाळ मोजतो आज आम्ही
भिमा तुझ्या मुळे
वादळही रोखतो आम्ही आज
भिमा तुझ्या मुळे
बंदूक, तोफा, शास्त्र, साठा…
याची आम्हाला गरजच नाही;
कारण शब्दानेच रान पेटवतो आम्ही
भिमा तुझ्या मुळे.
सागराचे पाणी कधी आटणार नाही
“बाबांची” आठवण कधी मिटणार
नाही…
हा जन्म काय, हजार जन्म
झाले तरी,
नाद हा “भिमजयंतीचा” सुटणार नाही.
जय भिम.
“ढाल” तोडुन वार करते तिला “तलवार” म्हणतात,
“पेशव्या” चे मुडके जे कापतात त्यान्हा “महार” म्हणतात,
भारतात एकच ” वाघ ” होऊन गेला त्याला “भिमराव” म्हणतात.
मानाचा कडक
निळा भडक
” जय भिम “
डॉ बाबासाहेब आंबेडकर मराठी शायरी – Ambedkar Shayari in Marathi
सजली अवघी धरती
पाहण्या तुमची किर्ती
तुम्ही येणार म्हटल्यान
नसानसात भरली स्फुर्ती
आतुरता फक्त आगमनाची
जयंती माझ्या बाबांची
जय भिम
कपटनीतीच्या शकुनीचा डाव जे मांडत आहे,
म्हणून आज बुद्धाच्या धरतीवर रक्त हे सांडत आहे,
जे विसरले बुद्धाला आपसात भांडत आहे ,
जे नमले बुद्धाचरनी आज सुखात नांदत आहे.
हवा वेगाने
नव्हती हवेपेक्षाही त्यांचा वेग
होता….
अन्याया विरूध्द
लढण्याचा त्यांचा इरादा नेक
होता…
असा रामजी बांबाचा लेक
भिमराव आंबेडकर लाखात
नाही तर जगात एक होता…
Shayari Babasaheb Ambedkar
देऊ गगणात जय भीमचा नारा।
करून टाकू भारत बुद्धमय सारा।
येणाऱ्या भीम जयंतीला एकत्र येऊ समाज सारा।
दाखऊन देऊ मनुवद्याला भिमाचा दरारा।।।
छाती फुगवून स्वाभिमानानं तू कधीच चालू 🚶शकला नसता ,
पोपटासारखं बोलतोस असं कधीच बोलू शकला नसता,
अरे उचलू शकला असता तु आभाळाएवढा डोंगर
पण भिम माझा नसता तर हा वीस ग्रँमचा पेन✒ तु कधीच उचलू शकला नसता..
वीराने जमीन पार बाबा भिमाजीने
ये गुलाबोंका बाग फुला दिया,
सदियों से पिछ्डे भाई और बहनो को
ये बुद्ध के द्वार मिला दिया,
अरे इज्जत कि रोटी तो क्या
पिने को दो घुट पानी तक नाही मिलता था,
उन सब अछुतों को प्यारे भीमराज ने
शेरनी का दुध पिला दिया |
कोणालाही जमणार नाही,
अशी क्रांती करून दावली….
जातीयवाद्याला देऊन टक्कर,
चवदार ओंजळ भरून दावली ..
निसर्ग नियमाप्रमाणे,
पाणी आग विझवते.
पण माझ्या भिमाने तर
पाण्यालाच आग लावली ..
