डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन जी स्वतंत्र भारत के दूसरे राष्ट्रपति थे उनका जन्म ५ सितम्बर १८८८ तिरुट्टनी, तमिल नाडु में तथा मृत्यु ८८ साल की उम्र में १७ अप्रैल १९७५ को चेन्नई, तमिलनाडु में हुई थी | इन्होने १३ मई, १९५२ से लेकर १२ मई, १९६२ तक राष्ट्रपति पद का कार्यभार संभाला था इनके जन्मदिवस को पुरे देश में प्रतिवर्ष शिक्षक दिवस के रूप में मनाया जाता है 1931 में इन्हे ब्रिटिश साम्राज्य द्वारा सर की उपाधि दी गयी थी उसके बाद 1954 में इन्हे देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न से सम्मानित किया गया |
Sarvepalli Radhakrishnan Ke Vichar in Hindi
यदि मानव दानव बन जाता है तो ये उसकी हार है , यदि मानव महामानव बन जाता है तो ये उसका चमत्कार है .यदि मनुष्य मानव बन जाता है तो ये उसके जीत है
जीवन को बुराई की तरह देखता और दुनिया को एक भ्रम मानना महज कृतध्नता है
धर्म भय पर विजय है; असफलता और मौत का मारक है
Sarvepalli Radhakrishnan Quotations
शिक्षा का परिणाम एक मुक्त रचनात्मक व्यक्ति होना चाहिए जो ऐतिहासिक परिस्थितियों और प्राकृतिक आपदाओं के विरुद्ध लड़ सके
जीवन का सबसे बड़ा उपहार एक उच्च जीवन का सपना है
कला मानवीय आत्मा की गहरी परतों को उजागर करती है. कला तभी संभव है जब स्वर्ग धरती को छुए
Dr Sarvepalli Radhakrishnan Quotes on Teachers
राष्ट्र, लोगों की तरह सिर्फ जो हांसिल किया उससे नहीं बल्कि जो छोड़ा उससे भी निर्मित होते हैं
केवल निर्मल मन वाला व्यक्ति ही जीवन के आध्यात्मिक अर्थ को समझ सकता है. स्वयं के साथ ईमानदारी आध्यात्मिक अखंडता की अनिवार्यता है
मौत कभी अंत या बाधा नहीं है बल्कि अधिक से अधिक नए कदमो की शुरुआत है
Dr Sarvepalli Radhakrishnan Quotes on Education
कवी के धर्म में किसी निश्चित सिद्धांत के लिए कोई जगह नहीं है
ज्ञान हमें शक्ति देता है, प्रेम हमें परिपूर्णता देता है
हमें मानवता को उन नैतिक जड़ों तक वापस ले जाना चाहिए जहाँ से अनुशाशन और स्वतंत्रता दोनों का उद्गम हो
डॉ राधाकृष्णन के शैक्षिक विचार
कहते हैं कि धर्म के बिना इंसान लगाम के बिना घोड़े की तरह है
शांति राजनीतिक या आर्थिक बदलाव से नहीं आ सकते बल्कि मानवीय स्वभाव में बदलाव से आ सकती है
हर्ष और आनंद से परिपूर्ण जीवन केवल ज्ञान और विज्ञान के आधार पर संभव है
Top Quotes Of Dr. Sarvepalli Radhakrishnan
पुस्तकें वो साधन हैं जिनके माध्यम से हम विभिन्न संस्कृतियों के बीच पुल का निर्माण कर सकते हैं
भगवान् की पूजा नहीं होती बल्कि उन लोगों की पूजा होती है जो उनके के नाम पर बोलने का दावा करते हैं.पाप पवित्रता का उल्लंघन नहीं ऐसे लोगों की आज्ञा का उल्लंघन बन जाता है
धन, शक्ति और दक्षता केवल जीवन के साधन हैं खुद जीवन नहीं
Sarvepalli Radhakrishnan Quotes on Teaching
दुनिया के सारे संगठन अप्रभावी हो जायेंगे यदि यह सत्य कि प्रेम द्वेष से शक्तिशाली होता है उन्हें प्रेरित नही करता
एक साहित्यिक प्रतिभा , कहा जाता है कि हर एक की तरह दिखती है, लेकिन उस जैसा कोई नहीं दिखता
मनुष्य को सिर्फ तकनीकी दक्षता नही बल्कि आत्मा की महानता प्राप्त करने की भी ज़रुरत है
Sarvepalli Radhakrishnan Quotes on Education
कोई भी जो स्वयं को सांसारिक गतिविधियों से दूर रखता है और इसके संकटों के प्रति असंवेदनशील है वास्तव में बुद्धिमान नहीं हो सकता
जो खुद को दुनिया की गतिविधियों से दूर कर सकता हैं और दूसरो का दुःख नही समझता, वह इंसान नही हो सकता हैं
आध्यात्मक जीवन भारत की प्रतिभा है
Sarvepalli Radhakrishnan Quotes for Teachers
किताब पढना हमें एकांत में विचार करने की आदत और सच्ची ख़ुशी देता है
उम्र या युवावस्था का काल-क्रम से लेना-देना नहीं है. हम उतने ही नौजवान या बूढें हैं जितना हम महसूस करते हैं. हम अपने बारे में क्या सोचते हैं यही मायने रखता है
मानवीय जीवन जैसा हम जीते हैं वो महज हम जैसा जीवन जी सकते हैं उसक कच्चा रूप है
sarvepalli Radhakrishnan Quotes for Students
मानवीय स्वाभाव मूल रूप से अच्छा है, और आत्मज्ञान का प्रयास सभी बुराईयों को ख़त्म कर देगा
मेरा जन्मदिन मनाने के बजाय अगर 5 सितम्बर का दिन शिक्षक दिवस के रूप में मनाया जाए तो यह मेरे लिए सम्मान की बात होगी
भगवान सभी आत्माओं का आत्मा है – सर्वोच्च आत्मा – सर्वोच्च चेतना
लोकतंत्र सिर्फ विशेष लोगों के नहीं बल्कि हर एक मनुष्य की आध्यात्मिक संभावनाओं में एक यकीन है
