भारत में प्रतिवर्ष 12 जनवरी का दिन युवाओं को समर्पित किया जाता है । National Youth Day का मुख्य उद्देश्य है देश की young generation का मार्गप्रदर्शित किया जाए जिससे उन्मे नई ऊर्जा और स्फूर्ति उत्पन्न हो सके । Swami Vivekanand के जन्मदिन के अवसर पर इस दिन राष्ट्रीय युवा दिवस का आयोजन किया जाता है ।इस दिन विद्यालयों एवं कॉलेज में अनेक प्रतियोगिताएँ होतीहै जैसे खेल – कूद प्रतियोगिता , भाषण एवं निबंध प्रतियोगिता,साथ ही कविताएँ (poem) आदि । ये निबंध कक्षा 1 से लेकर कक्षा 12 तक के सभी छात्र – छात्राओं के लिए उपयोगी है ।
National youth day Essay for Students | Pdf Download
राष्ट्रीय युवा दिवस 2021 : आज हम जो आपको निबंध देने जा रहे है इसे पढ़कर आप अपने स्कूल या विद्यालय में होने वाले निबंध लेखन , या speech Competition में हिस्सा लेकर उसमे सफल हो पाएंगे । साथ ही देखें स्वामी विवेकानंद के अनमोल विचार
राष्ट्रीय युवा दिवस (स्वामी विवेकानंद का जन्मदिन) पर निबंध
प्रस्तावना
हर वर्ष 12 जनवरी को भारत में पूरे उत्साह और खुशी के साथ राष्ट्रीय युवा दिवस (युवा दिवस या स्वामी विवेकानंद जन्म दिवस) मनाया जाता है। इसे आधुनिक भारत के निर्माता स्वामी विवेकानंद के जन्म दिवस को याद करने के लिये मनाया जाता है। राष्ट्रीय युवा दिवस के रुप में स्वामी विवेकानंद के जन्म दिवस को मनाने के लिये वर्ष 1984 में भारतीय सरकार द्वारा इसे पहली बार घोषित किया गया था। तब से (1985), पूरे देश भर में राष्ट्रीय युवा दिवस के रुप में इसे मनाने की शुरुआत हुई।
युवा दिवस 2020 थीम
इस वर्ष भारत में राष्ट्रीय युवा दिवस (स्वामी विवेकानंद का जन्म दिवस) 12 जनवरी 2020, रविवार के दिन मनाया जायेगा। इस बार के युवा दिवस की थीम रखी गई है – Safe Space For Youth ( युवाओं के लिए सुरक्षित स्थान )
राष्ट्रीय युवा सप्ताह का आयोजन
इस वर्ष स्वामी विवेकानंद जयंती के अवसर पर 12 जनवरी से 19 जनवरी तक विभिन्न जिलों में राष्ट्रीय युवा सप्ताह के कार्यक्रम मनाया जायेगा। इस दौरान पूरे हफ्ते भर विभिन्न प्रकार के कार्यक्रमों का आयोजन किया जायेगा, इसके अंतर्गत श्रमदान कार्यक्रम, खेलकूद प्रतियोगिता व्यवसायिक कुशलता कार्यक्रम, चेतना दिवस आदि जैसे कार्यक्रमों का आयोजन किया जायेगा। यह कार्यक्रम राष्ट्रीय युवा सप्ताह के विभिन्न दिनों में आयोजित किये जायेंगे।
राष्ट्रीय युवा दिवस का इतिहास
यह सर्वज्ञात है कि 12 जनवरी को स्वामी विवेकानंद के जन्म दिवस पर हर वर्ष राष्ट्रीय युवा दिवस मनाने के लिये भारतीय सरकार ने घोषित किया था। स्वामी विवेकानंद का दर्शन और उनके आदर्श की ओर देश के सभी युवाओं को प्रेरित करने के लिये भारतीय सरकार द्वारा ये फैसला किया गया था। स्वामी विवेकानंद के विचारों और जीवन शैली के द्वारा युवाओं को प्रोत्साहित करने के द्वारा देश के भविष्य को बेहतर बनाने के लक्ष्य को पूरा करने के लिये राष्ट्रीय युवा दिवस के रुप में स्वामी विवेकानंद के जन्म दिवस को मनाने का फैसला किया गया था।
इसे मनाने का मुख्य लक्ष्य भारत के युवाओं के बीच स्वामी विवेकानंद के आदर्शों और विचारों के महत्व को फैलाना है। भारत को विकसित देश बनाने के लिये उनके बड़े प्रयासों के साथ ही युवाओं के अनन्त ऊर्जा को जागृत करने के लिये यह बहुत अच्छा तरीका है।
स्वामी विवेकानंद के बारे में रोचक तथ्य
- पौष कृष्णा सप्तमी तिथि में वर्ष 1863 में 12 जनवरी को स्वामी विवेकानंद का जन्म हुआ था।
- वे वेदान्त के विख्यात और प्रभावशाली आध्यात्मिक गुरु थे।
- उनका वास्तविक नाम नरेन्द्र नाथ दत्त था।
- उन्होंने पश्चिमी देशों में भारत के वेदांत एवं योग के दर्शन का प्रचार एवं प्रसार किया।
- उन्होंने अमेरिका स्थित शिकागो में वर्ष 1893 में आयोजित विश्व धर्म महासभा में भारत की ओर से सनातन धर्म का प्रतिनिधित्व किया था।
- वे रामकृष्ण परमहंस के सुयोग्य शिष्य थे।
- उन्हें औपनिवेशिक भारत में राष्ट्रवाद की अवधारणा बनाये रखने के लिए भी जाना जाता है।
- विश्व के अन्य धर्मों के बीच हिन्दू धर्म का प्रसार करने का श्रेय उन्ही को जाता है।
राष्ट्रीय युवा दिवस पर गतिविधिया (क्रिया-कलाप)
खेल, सेमिनार, निबंध-लेखन, के लिये प्रतियोगिता, प्रस्तुतिकरण, योगासन, सम्मेलन, गायन, संगीत, व्याख्यान, स्वामी विवेकानंद पर भाषण, परेड आदि के द्वारा सभी स्कूल, कॉलेज में युवाओं के द्वारा राष्ट्रीय युवा दिवस (युवा दिवस या स्वामी विवेकानंद जन्म दिवस) मनाया जाता है। भारतीय युवाओं को प्रेरित करने के लिये विद्यार्थियों द्वारा स्वामी विवेकानंद के विचारों से संबंधित व्याख्यान और लेखन भी किया जाता है।
उनके आंतरिक आत्मा को प्रोत्साहन, युवाओं के बीच भरोसा, जीवन शैली, कला, शिक्षा को बढ़ावा देने के लिये देश के बाहर के साथ ही पूरे भारत भर के कार्यक्रमों में भाग लिये लोगों के द्वारा विभिन्न प्रकार के दूसरे कार्यक्रमों की प्रस्तुति भी होती है।इस कार्यक्रम में दर्जनों क्रियाएँ शामिल है और इसे बस्ती युवा महोत्सव के नाम से जाना जाता है। इस दिन को सरकारी, गैर-लाभकारी संगठन के साथ ही कॉरपोरेट समूह अपने तरीके से मनाते हैं।
राष्ट्रीय युवा दिवस क्यों मनाया जाता है ?
स्वामी विवेकानंद के विचार, दर्शन और अध्यापन भारत की महान सांस्कृतिक और पारंपरिक संपत्ति हैं। युवा देश के महत्वपूर्णं अंग हैं जो देश को आगे बढ़ाता है इसी वजह से स्वामी विवेकानंद के आदर्शों और विचारों के द्वारा सबसे पहले युवाओं को चुना जाता है। इसलिये, भारत के सम्माननीय युवाओं को प्रेरित करने और बढ़ावा देने के लिये हर वर्ष राष्ट्रीय युवा दिवस मनाने की शुरुआत हुई। कार्यक्रम को उत्साह पूर्वक मनाने के लिये स्कूल और कॉलेज को रुचिकर ढंग से सुसज्जित करते हैं।
स्वामी विवेकानंद एक महान इंसान थे जो हमेशा देश की ऐतिहासिक परंपरा को बनाने और नेतृत्व करने के लिये युवा शक्ति पर विश्वास करते थे और मानते थे कि विकसित होने के लिये देश के द्वारा कुछ उन्नति की जरुरत है।
अब अंत मे मै युवा दिवस पर चर्चित कथन लिख कर इस निबंध को समाप्त करना चाहूँगा:-
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कुछ सच्चे, ईमानदार और ऊर्जावान पुरुष और महिलाएं एक वर्ष में एक सदी की भीड़ से अधिक कार्य कर सकते हैं|– स्वामी विवेकानंद
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दिन में एकबार खुद से बात अवश्य करों नहीं तो आप संसार के सर्वश्रेष्ठ व्यक्ति से मिलने से चूक जाओंगे।- स्वामी विवेकानंद
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पृथ्वी का आनंद नायकों द्वारा लिया जाता हैं –ये अमोघ सत्य हैं| एक नायक बनो और सदैव कहो “मुझे कोई डर नहीं है।- स्वामी विवेकानंद
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काम, काम, काम – बस यही आपके जीवन का उद्देश्य होना चाहिये।- स्वामी विवेकानंद
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जो गरीबों में, कमजोरों में और बिमारियों में शिव को देखता हैं, वो सच में शिव की पूजा करता हैं|- स्वामी विवेकानंद
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उच्चतम आदर्श को चुनो और उस तक अपना जीवन जीयो| सागर की तरफ देखों न कि लहरों की तरफ|- स्वामी विवेकानंद
